नई दिल्ली।। अगर आम चुनाव आज होते हैं तो किसकी सरकार बनेगी? इंडिया टुडे-नील्सन और एबीपी न्यूज-नील्सन के 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे के मुताबिक ऐसी स्थिति में बीजेपी की अगुआई वाला एनडीए कांग्रेस नीत यूपीए पर भारी पड़ेगा। एनडीए की स्थिति पहले के मुकाबले थोड़ी बेहतर जरूर होगी, लेकिन वह बहुमत के आंकड़े से काफी दूर ही रहेगा। ऐसे में अन्य दलों का साथ निर्णायक साबित होगा।
इंडिया टुडे-नील्सन के सर्वे के मुताबिक कांग्रेस और उसके सहयोगी दल सिमटकर महज 152-162 पर आ जाएंगे। 2009 में उन्हें 259 सींटें मिली थीं। यूपीए से अलग होने वाली तृणमूल कांग्रेस को इसमें शामिल नहीं किया गया है। तृणमूल में 2009 के चुनाव में 19 सीटें हासिल की थीं। पोल के मुताबिक कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों से 7.7 पर्सेंट वोट खिसक जाएंगे। इसका सीधा फायदा बीजेपी की अगुआई वाले एनडीए को होना चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं दिखा। बीजेपी नेताओं की अंदरूनी खींचतान और करप्शन के आरोपों में घिरे नितिन गडकरी पर फैसले में देरी का असर लोगों के मूड पर दिखा। पोल के मुताबिक एनडीए को 27.3 पर्सेंट वोट शेयर के साथ 198-208 सीटें मिलेंगी। यह यूपीए के 28 पर्सेंट वोट शेयर से कुछ ही कम है। अन्य दलों को 178 से 188 के बीच सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। सर्वे में 57 पर्सेंट ने बीजेपी के अंदर मोदी को पीएम उम्मीदवार के तौर पर चुना। 11 फीसदी आडवाणी के फेवर में थे।
एबीपी-नील्सन का सर्वे: उधर दूसरे चैनल एबीपी-नील्सन के सर्वे में भी ऐसा ही दावा किया गया है। यह सर्वे 10 से 17 जनवरी के बीच 28 शहरों में 8842 वोटर्स के बीच किया गया। एबीपी के सर्वे के मुताबिक 39 फीसदी लोग बीजेपी और उनके सहयोगियों के हाथ में सत्ता की कमान देना चाहते हैं, जबकि महज 22 फीसदी लोग ही यूपीए और उनके सहयोगियों को फिर से सत्ता सौंपने के मूड में है। इस तरह बीजेपी भी कांग्रेस पर भारी पड़ती दिखी। अगर आज चुनाव हुए तो 36 फीसदी जनता बीजेपी को वोट देगी, जबकि कांग्रेस महज 18 फीसदी वोट ही हासिल कर पाने में कामयाब हो पाएगी।
इंडिया टुडे-नील्सन के सर्वे के मुताबिक कांग्रेस और उसके सहयोगी दल सिमटकर महज 152-162 पर आ जाएंगे। 2009 में उन्हें 259 सींटें मिली थीं। यूपीए से अलग होने वाली तृणमूल कांग्रेस को इसमें शामिल नहीं किया गया है। तृणमूल में 2009 के चुनाव में 19 सीटें हासिल की थीं। पोल के मुताबिक कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों से 7.7 पर्सेंट वोट खिसक जाएंगे। इसका सीधा फायदा बीजेपी की अगुआई वाले एनडीए को होना चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं दिखा। बीजेपी नेताओं की अंदरूनी खींचतान और करप्शन के आरोपों में घिरे नितिन गडकरी पर फैसले में देरी का असर लोगों के मूड पर दिखा। पोल के मुताबिक एनडीए को 27.3 पर्सेंट वोट शेयर के साथ 198-208 सीटें मिलेंगी। यह यूपीए के 28 पर्सेंट वोट शेयर से कुछ ही कम है। अन्य दलों को 178 से 188 के बीच सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। सर्वे में 57 पर्सेंट ने बीजेपी के अंदर मोदी को पीएम उम्मीदवार के तौर पर चुना। 11 फीसदी आडवाणी के फेवर में थे।
एबीपी-नील्सन का सर्वे: उधर दूसरे चैनल एबीपी-नील्सन के सर्वे में भी ऐसा ही दावा किया गया है। यह सर्वे 10 से 17 जनवरी के बीच 28 शहरों में 8842 वोटर्स के बीच किया गया। एबीपी के सर्वे के मुताबिक 39 फीसदी लोग बीजेपी और उनके सहयोगियों के हाथ में सत्ता की कमान देना चाहते हैं, जबकि महज 22 फीसदी लोग ही यूपीए और उनके सहयोगियों को फिर से सत्ता सौंपने के मूड में है। इस तरह बीजेपी भी कांग्रेस पर भारी पड़ती दिखी। अगर आज चुनाव हुए तो 36 फीसदी जनता बीजेपी को वोट देगी, जबकि कांग्रेस महज 18 फीसदी वोट ही हासिल कर पाने में कामयाब हो पाएगी।
sourse-नवभारतटाइम्स.कॉम | Jan 25, 2013, 01.20PM IST
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